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020.Poem-फ़र्क
लड़के और लड़कियों में दुनिया फ़र्क करती है
मम्मी भी फ़र्क करती हैं,लड़कों से लाड़ लड़ाती है
और लड़कियों को मन की हर बात बताती हैं !!
पापा भी फ़र्क करते हैं,खुद बेटी के जूते पांलिश करतें हैं
और बेटे से अपने भी करा लिया करते हैं !!
एक दिन छुट्टी लेने पर ,मैडम भी फ़र्क करती हैं
लड़कियों को नोटबुक और लड़कों को डाट दिया करती हैं !!
दादा-दादी भी फ़र्क करते हैं,बेटियों के पैर छुआ करते हैं
और बेटों से अपने छुलवा लिया करते हैं !!
नवदुर्गाओं में आन्टी भी फ़र्क करती है,लड़कियों को अन्दर बुलाकर गिफ़्ट दिया करती हैं
और लड़को को लन्गूर कहा करती है !!
मन्दिर का पुजारी भी फ़र्क करता है,लड़कियों को फ़ूल,प्रसाद
और लड़को को तुलसी जल दिया करता है !!
दुकानदार भी फ़र्क करते हैं,खुल्ले पैसे मांगने पर
लड़कियों को दे देते हैं और लड़कों को मना करते हैं !!
ट्रेफ़िक पुलिस भी फ़र्क करती है,लड़कियों से गलती होने पर छोड़ दिया करती है
लड़को से गलती होने पर चालान लिया करती है !!
आंफ़िस में बास भी फ़र्क किया करते है,लड़कियों से अच्छे से बात किया करते हैं
और लड़को को बस काम के बोझ तले दबा दिया करते हैं !!
मीनल
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